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CM फेस पर मौन, वोटर धोखाधड़ी पर सवाल... बिहार की चुनावी यात्रा के दौरान राहुल-तेजस्वी का सत्ता पक्ष पर बड़ा हमला

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. राहुल ने SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को 'वोट चोरी की साजिश' बताया और चुनाव आयोग पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया. बिहार में मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर राहुल ने सीधी प्रतिक्रिया देने से परहेज किया. राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग, चुनाव आयुक्त और बीजेपी के बीच पार्टनरशिप है. SIR वोट चुराने का संस्थागत प्रयास है. लेकिन हम बिहार में वोट चोरी नहीं होने देंगे.

24 Aug, 2025
( Updated: 24 Aug, 2025
04:29 PM )
CM फेस पर मौन, वोटर धोखाधड़ी पर सवाल... बिहार की चुनावी यात्रा के दौरान राहुल-तेजस्वी का सत्ता पक्ष पर बड़ा हमला
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कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को बिहार दौरे के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. राहुल गांधी ने SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को ‘वोट चोरी की साजिश’ करार दिया और कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के पक्ष में काम कर रहा है। उन्होंने साफ किया कि बिहार में वोट चोरी नहीं होने देंगे और जनता को उसके अधिकार से वंचित नहीं होने देंगे.

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन मुख्य मुद्दों पर ध्यान खींचा. पहला, चुनाव आयोग और चुनाव आयुक्त का भेदभावपूर्ण रवैया. दूसरा, SIR के माध्यम से वोटों की हेराफेरी का प्रयास. और तीसरा, बीजेपी के साथ आयोग की कथित साझेदारी। राहुल ने कहा, "चुनाव आयोग, चुनाव आयुक्त और बीजेपी के बीच पार्टनरशिप है. SIR वोट चुराने का संस्थागत प्रयास है. लेकिन हम बिहार में वोट चोरी नहीं होने देंगे." राहुल ने बताया कि उनकी यात्रा जनता में भारी समर्थन पा रही है. "लोग खुद यात्रा से जुड़ रहे हैं. वोट चोरी की जो बात हमने कही, उसे बिहार के करोड़ों लोग स्वीकार कर रहे हैं. यह भारी जनसमर्थन दिखाता है." उन्होंने महाराष्ट्र, हरियाणा और कर्नाटक में कथित वोट चोरी का उदाहरण देते हुए कहा कि चुनाव आयोग का काम सही वोटर लिस्ट देना है, लेकिन वहाँ यह काम नहीं हुआ. राहुल गांधी ने फर्जी वोटरों की संख्या को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि एक लाख फर्जी वोटर कहां से आए, कैसे आए और कौन थे, इस पर चुनाव आयोग ने कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, लेकिन उनसे हलफनामा नहीं मांगा गया, जबकि उनसे मांगा गया था। राहुल ने इसे निष्पक्षता की कमी बताया.

CM फेस पर राहुल की चुप्पी

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पत्रकारों ने राहुल गांधी से पूछा कि बिहार में कांग्रेस क्यों नहीं कह रही कि तेजस्वी यादव सीएम फेस होंगे, तो राहुल ने इसका सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, "बहुत अच्छे तरीके से पार्टनरशिप बनी है.कोई टेंशन नहीं है. म्यूचुअल रिस्पेक्ट है.एक-दूसरे की मदद हो रही है तो मजा आ रहा है. पॉलिटिकली, आइडियोलॉजिकली हम अलाइंड हैं. अच्छा नतीजा आएगा।"

तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग पर लगाया आरोप

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग अब चुनाव आयोग नहीं रहा, यह बीजेपी का एक सेल बनकर काम कर रहा है. इसकी साख खत्म हो गई है. लोकतंत्र बचाने, संविधान बचाने और लोगों के वोट के अधिकार को सुरक्षित करने के लिए हमने यह यात्रा शुरू की." तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने गया के उदाहरण में बताया कि चुनाव आयोग अवैध प्रवासियों के नाम हटा रहा है, लेकिन EC ने स्वयं इस तथ्य को खारिज किया.

बीजेपी ने किया पलटवार

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल गांधी वोट न मिलने की स्थिति में चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा, "कांग्रेस नेता ने लोकसभा चुनाव में संविधान बचाने का भ्रम फैला कर वोट लिया। अब वे चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे हैं. राहुल और तेजस्वी बताएं कि जो मर गए हैं उन्हें वोट देना चाहिए या नहीं, और जो 20 साल पहले बिहार के बाहर चले गए, उन्हें वोट देना चाहिए या नहीं?" रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने पेगासस मामले में भी प्रधानमंत्री, चुनाव आयोग और मीडिया को निशाने पर रखा. उनका कहना था कि विपक्षी नेताओं का यह रवैया जनता में भ्रम पैदा कर रहा है और चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाता है.

चुनावी रणनीति और लोकतंत्र की चुनौती

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस से यह स्पष्ट हुआ कि बिहार में चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरम है. विपक्ष चुनाव आयोग और बीजेपी के खिलाफ अपनी साख और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए सीधे आ गए हैं. वहीं, बीजेपी ने इन आरोपों का तुरंत और जोरदार जवाब देकर विपक्ष के दावों को चुनौती दी है.

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बता दें की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने बिहार में आगामी चुनावों की रणनीति, वोटरों की जागरूकता और पार्टियों की तैयारियों पर नई रोशनी डाली है. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का दावा है कि उनका प्रयास बिहार में वोट चोरी रोकने का है, जबकि बीजेपी इसे राजनीतिक भ्रम और आरोपों की रणनीति मान रही है. इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ होता है कि बिहार में चुनावी संघर्ष और जनता की भूमिका इस बार और भी निर्णायक होने जा रही है. ऐसे में इस पूरे विवाद और बयानबाजी के बीच, यह देखा जाएगा कि जनता किस पार्टी और नेता पर भरोसा जताती है और चुनाव आयोग अपने निर्णयों और निष्पक्षता के साथ कितनी जिम्मेदारी निभाता है.

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