सऊदी अरब में मस्जिदों को विकास के लिए तोड़े जाने का मामला चर्चा में है। यहां मक्का और मदीना के आसपास धार्मिक स्थलों को ध्वस्त कर बड़े स्तर पर निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य तीर्थयात्रियों की सुविधा बढ़ाना है। वहीं, भारत में उपासना स्थल अधिनियम, 1991 के तहत मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों को 15 अगस्त 1947 की स्थिति में बनाए रखना अनिवार्य है।
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स्पेशल्स15 Dec, 202411:02 PMसऊदी अरब में मस्जिदें तोड़ने का कानून, जानें भारत से कैसे अलग है नियम?
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न्यूज07 Nov, 202410:52 PMशाहरुख खान को धमकी पर अबू आजमी को आया गुस्सा बोले - 'सऊदी अरब, दुबई से
शाहरुख खान को धमकी पर अबू आजमी बोले - 'सऊदी अरब, दुबई से लेनी चाहिए कानून-व्यवस्था की सीख'
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न्यूज29 Sep, 202411:37 PMसउदी अरब ने तो मुसलमानों को तगड़ा झटका दे दिया , अब क्या करेंगे भारत के मुसलमान !
सऊदी अरब ने अपने देश के नागरिकों के लिए एक संदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि मुझे फलीस्तीन के मुद्दों से कोई फर्क नहीं पड़ता, मुझे फलीस्तीन की कोई परवाह नहीं, मक्का और मदीना राजनीति की जगह नहीं है, हम यहां फलीस्तीन के समर्थन में कोई गतिविधि नहीं होने देंगे, फलीस्तीन के समर्थन में कोई पोस्टर निकालना या प्रार्थना करना पर हमने पूरी तरह रोक लगा रखी है
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दुनिया24 Sep, 202409:46 PMउमराह के बहाने भीख मांगने सऊदी अरब जा रहे 'पाकिस्तानी भिखारी'
सऊदी अरब ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह उमराह और हज वीजा के तहत यात्रा करने वाले भिखारियों पर गंभीरता से और तत्काल संज्ञान ले। रियाद ने इस्लामाबाद के धार्मिक मामलों के मंत्रालय से कहा कि वह ऐसे लोगों को मिलने वाले वीजा पर रोक लगाए।