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हींग है आपकी किचन की सबसे ताकतवर चीज़, जाने इसके अनगिनत फायदे

पेट की बीमारियों के लिए हींग को सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है. हींग में एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो पेट की मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन और दर्द से तुरंत राहत दिलाते हैं. गुनगुने पानी में चुटकी भर हींग मिलाकर नाभि के आसपास लगाने से पेट दर्द में आराम मिलता है. यह पाचन तंत्र से गैस को निकालने में भी बहुत प्रभावी है. हींग भोजन को आसानी से पचाने में मदद करती है और पेट फूलने (ब्लोटिंग) की समस्या को कम करती है.

27 May, 2025
( Updated: 06 Dec, 2025
05:03 PM )
हींग है आपकी किचन की सबसे ताकतवर चीज़, जाने इसके अनगिनत फायदे
भारतीय रसोईघर सिर्फ़ भोजन बनाने की जगह नहीं, बल्कि यह आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों का एक खजाना भी है. इस खजाने में एक ऐसी चीज़ है, जो अपनी तीखी गंध और अनोखे स्वाद के लिए तो जानी जाती है, लेकिन इसके औषधीय गुण अनगिनत हैं – वह है हींग. सदियों से हमारी दादी-नानी पेट की समस्याओं से लेकर कई गंभीर बीमारियों तक के इलाज में हींग का इस्तेमाल करती आ रही हैं. यह केवल एक मसाला नहीं, बल्कि अनेक बीमारियों को ठीक करने वाली एक चमत्कारी औषधि है. आइए जानते हैं हींग के उन जबरदस्त फायदों के बारे में, जो इसे वाकई में एक 'घरेलू खजाना' बनाते हैं.

हींग के चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ


हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं, जो इसे विभिन्न बीमारियों के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार बनाते हैं. हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, हींग का वानस्पतिक नाम फेरुला एसाफोईटिडा है. हींग को कई नामों से जाना जाता है, जैसे हींग, हींगर, कायम, यांग, हेंगु, इंगुवा, हिंगु, अगुड़ागन्धु और रमाहा. कृषि विभाग ने माना कि इसमें अनेकों औषधीय गुण होते हैं, जिन्हें आयुर्वेद में वर्णित किया गया है. 

पेट संबंधी समस्याओं का रामबाण इलाज


पेट की बीमारियों के लिए हींग को सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है. हींग में एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो पेट की मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन और दर्द से तुरंत राहत दिलाते हैं. गुनगुने पानी में चुटकी भर हींग मिलाकर नाभि के आसपास लगाने से पेट दर्द में आराम मिलता है. यह पाचन तंत्र से गैस को निकालने में भी बहुत प्रभावी है. हींग भोजन को आसानी से पचाने में मदद करती है और पेट फूलने (ब्लोटिंग) की समस्या को कम करती है. यह अक्सर दाल और भारी सब्जियों में डाली जाती है ताकि गैस न बने. इसके अलावा हींग पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करती है, जिससे भोजन का बेहतर पाचन होता है. यह कब्ज की समस्या को दूर करने में भी सहायक है क्योंकि यह आँतों की गति को बढ़ावा देती है.

यह दांत दर्द, जुकाम, खांसी और सर्दी के कारण होने वाले सिरदर्द में राहत देती है. इसके अलावा हींग, बिच्छू या बर्र जैसे जहरीले प्रकोपों से होने वाली जलन और नुकसान को भी कम करती है. यह गुण बहुत कम लोगों को पता होते हैं. 

कई प्रकार के दर्द और बीमारियों में फायदेमंद है हींग


हींग का इस्तेमाल कई प्रकार के दर्द और बीमारियों में फायदेमंद होता है. दांत दर्द होने पर हींग में कपूर मिलाकर दर्द वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है. कान दर्द में तिल के तेल में हींग पकाकर उस तेल की बूंदें कान में डालने से दर्द कम होता है. पीलिया के इलाज में हींग को गूलर के सूखे फल के साथ खाना चाहिए और पीलिया में हींग को पानी में घिसकर आंखों पर लगाने से लाभ होता है. रोजाना दाल, कढ़ी और सब्जियों में हींग डालने से भोजन आसानी से पचता है. हींग शरीर में इंसुलिन बढ़ाकर ब्लड शुगर को कम करती है. 

हींग में मौजूद कौमारिन नाम का तत्व खून जमने से बचाता है


हींग में कौमारिन नाम का तत्व होता है जो खून को पतला करता है और जमने से बचाता है. यह बढ़े हुए ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल को कम कर उच्च रक्तचाप घटाता है. छाछ या भोजन के साथ हींग खाने से पेट की गैस, हैजा और पेट दर्द में राहत मिलती है. हींग में ऐसी ताकत होती है जो कैंसर बढ़ाने वाले सेल को रोकती है. हींग और नमक मिलाकर पानी के साथ लेने से लो ब्लड प्रेशर में फायदा होता है. प्रसव के बाद हींग लेने से गर्भाशय साफ होता है और पेट की परेशानी नहीं होती. माइग्रेन और सिरदर्द में आधा कप पानी में हींग मिलाकर पीने से आराम मिलता है. हींग से कई तरह की दिक्कतों में राहत मिलती है और यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है. 

इन सभी गुणों को देखते हुए, हींग को केवल एक मसाले के रूप में देखना गलत होगा. यह वास्तव में एक प्राचीन औषधि है जिसे हमारी दादी-नानी ने अपनी बुद्धिमत्ता से पहचाना था और जिसका उपयोग आज भी हमें स्वास्थ्य लाभ दे सकता है. हालांकि, किसी भी गंभीर बीमारी के लिए डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा महत्वपूर्ण है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से है. प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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