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स्लीपर टिकट वालों की बल्ले-बल्ले! अब फ्री में मिलेगा 2AC में सफर, बस बुकिंग में करें ये सेटिंग

यह पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक होती है और ट्रेन का चार्ट बनने के समय PRS सिस्टम के ज़रिए तय की जाती है कि किस यात्री को अपग्रेड किया जाएगा.

स्लीपर टिकट वालों की बल्ले-बल्ले! अब फ्री में मिलेगा 2AC में सफर, बस बुकिंग में करें ये सेटिंग
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Indian Railway: भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए एक बड़ी और शानदार सुविधा शुरू की है. अब अगर आप स्लीपर क्लास में सफर करने का टिकट बुक करते हैं, तो आपकी सीट सीधे सेकंड AC (2AC) में अपग्रेड हो सकती है – वो भी बिल्कुल मुफ्त में! पहले तक यह सुविधा सिर्फ थर्ड AC (3AC) तक ही सीमित थी, लेकिन अब रेलवे ने इसे एक कदम और आगे बढ़ाया है.

यात्रा अब और होगी आरामदायक – बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के

रेलवे का यह कदम यात्रियों को ज्यादा आरामदायक और बेहतरीन सफर का अनुभव देने के लिए उठाया गया है. खास बात यह है कि इसके लिए यात्रियों को कोई भी अतिरिक्त पैसा नहीं देना होगा. यह पूरी प्रक्रिया ऑटोमैटिक होती है और ट्रेन का चार्ट बनने के समय PRS सिस्टम के ज़रिए तय की जाती है कि किस यात्री को अपग्रेड किया जाएगा.

कैसे मिलेगा मुफ्त अपग्रेडेशन?

जब आप टिकट बुक करते हैं, तो एक विकल्प आता है – “Consider for Auto Upgradation”. यदि आप इस विकल्प को चुनते हैं (या इसे वैसे ही छोड़ देते हैं, क्योंकि डिफ़ॉल्ट रूप से यह ‘हां’ होता है), तो सिस्टम आपकी सीट को ऊपर की खाली श्रेणी में अपग्रेड कर सकता है.

मतलब अगर आपने स्लीपर क्लास में टिकट लिया है और सेकंड AC में सीट खाली है, तो आप वहां भेजे जा सकते हैं – बिना कोई पैसा दिए.

कौन-कौन सी श्रेणी में अपग्रेडेशन संभव है?

1. स्लीपर क्लास (SL) → थर्ड AC (3AC) या सेकंड AC (2AC)
2. थर्ड AC (3AC) → सेकंड AC (2AC)
3. सेकंड AC (2AC) → फर्स्ट AC (1AC)
4. ध्यान दें कि रेलवे की यह अपग्रेडेशन सुविधा एक ही श्रेणी ऊपर तक सीमित है. यानी स्लीपर से सीधे फर्स्ट AC में अपग्रेडेशन नहीं होगा.

किन्हें नहीं मिलेगा यह लाभ?

1. रियायती टिकट (जैसे वरिष्ठ नागरिक, विकलांग आदि) वालों को यह सुविधा नहीं मिलेगी.

2. केवल फुल फेयर यानी पूरा किराया चुकाकर खरीदे गए टिकट ही अपग्रेड किए जाएंगे.

सीनियर सिटीज़न के लिए क्या नियम हैं?

अगर किसी बुजुर्ग यात्री को लोअर बर्थ दी गई है और उन्होंने अपग्रेडेशन की मंजूरी दी है, तो:

1. अपग्रेडेशन से पहले उन्हें SMS के ज़रिए सूचना दी जाएगी.

2. अगर अपग्रेड के बाद लोअर बर्थ उपलब्ध नहीं होगी, तो उन्हें विकल्प दिया जाएगा – वो चाहें तो अपग्रेडेशन स्वीकार करें या न करें.

3. उनकी सहमति के बिना अपग्रेडेशन नहीं किया जाएगा.

रेलवे का मकसद – ज्यादा सुविधा, बिना कोई एक्स्ट्रा चार्ज

यह नई सुविधा रेलवे की 2006 में शुरू हुई ऑटो अपग्रेडेशन योजना का विस्तार है. इसका उद्देश्य है यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एक बेहतर, आरामदायक और प्रीमियम ट्रैवल एक्सपीरियंस देना.

तो अगली बार जब आप ट्रेन टिकट बुक करें, तो “Auto Upgradation” विकल्प को जरूर चालू रखें – क्या पता आपकी किस्मत खुल जाए और स्लीपर का टिकट सेकंड AC में बदल जाए.

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