Advertisement

पति के साथ चाय पर शुरू हुई चर्चा झगड़े तक पहुंची, महिला ने आव देखा ना ताव और लगा दी गंगा में छलांग, लेकिन हो गया मगरमच्छ से सामना, फिर जो किया...

सुरेश और उसकी पत्नी मालती का अक्सर किसी न किसी बात पर झगड़ा होता रहता था. शनिवार देर रात भी कुछ ऐसा ही हुआ. सुरेश ने आधी रात को मालती से चाय बनाने को कहा, लेकिन थकी हुई मालती ने साफ मना कर दिया और कहा कि खुद बना लो। यही छोटी सी बात धीरे-धीरे बहस में बदल गई और झगड़ा बढ़ने लगा. गुस्से में तमतमाई मालती घर से बाहर निकल गई और गंगा में छलांग लगा दी, लेकिन फिर जो हुआ...

Created By: केशव झा
08 Sep, 2025
( Updated: 08 Sep, 2025
02:16 PM )
पति के साथ चाय पर शुरू हुई चर्चा झगड़े तक पहुंची, महिला ने आव देखा ना ताव और लगा दी गंगा में छलांग, लेकिन हो गया मगरमच्छ से सामना, फिर जो किया...
Image: Meta AI

देश का सबसे बड़ा प्रदेश, उत्तर प्रदेश हमेशा से अपनी अजब-गजब कहानियों और घटनाओं के लिए चर्चा में रहता है. यहां अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती हैं कि सुनकर लगे मानो किसी फिल्म की कहानी हो, लेकिन असलियत में सब कुछ बिल्कुल सच्चा होता है. ऐसी ही एक हैरान करने वाली घटना कानपुर में हुई, जहां चाय बनाने को लेकर पति-पत्नी के बीच शुरू हुई बहस ने इतना बड़ा मोड़ ले लिया कि पत्नी ने वो काम किया जिसकी कसक उसे जिंदगी भर रहेगी. कहते हैं न आवेश में उठाया गया कदम हमेशा गलत होता है, हुआ भी ऐसा ही. मालती ने ताव में आकर अपनी जिंदगी खत्म करने का ठाना. पहले भी ऐसा ही कुछ करने वाली महिला ने इस बार कुछ अलग किया. पहले पति से झगड़ा होता था थो घर छोड़कर चली जाती और फिर वापस आ जाती लेकिन, इस बार उसने गंगा नदी में छलांग लगा दी. लेकिन किस्मत ने ऐसा खेल खेला कि मौत के मुंह में जाने की बजाय महिला की पूरी रात मगरमच्छ के साए में, पेड़ पर किसी पक्षी की तरह टंगी हुई गुजरी.

चाय पर शुरू हई चर्चा, झगड़े में बदली और फिर...

मामला कानपुर के अहिरवां इलाके का है, जहां सुरेश और उसकी पत्नी मालती का अक्सर किसी न किसी बात पर झगड़ा होता रहता था. शनिवार देर रात भी कुछ ऐसा ही हुआ. सुरेश ने आधी रात को मालती से चाय बनाने को कहा, लेकिन थकी हुई मालती ने साफ मना कर दिया और कहा कि खुद बना लो. यही छोटी सी बात धीरे-धीरे बहस में बदल गई और झगड़ा बढ़ने लगा. गुस्से में तमतमाई मालती घर से बाहर निकल गई.

जब बचपन की एक सीख मे बचा ली मालती की जान!

आवेश में मालती सीधे जाजमऊ के गंगा पुल पर पहुंची और बिना कुछ सोचे-समझे गुस्से में नदी में छलांग लगा दी. लेकिन जैसे ही पानी में गिरी, उसे अपनी गलती का अहसास हो गया. बचपन से तैरना जानने की वजह से उसने हिम्मत जुटाई और किनारे की ओर तैरने लगी. मगर जान बचाने की कोशिशें तभी डगमगाने लगीं जब उसने पानी में एक बड़े मगरमच्छ को देख लिया.

जब गंगा नदी में हुआ मालती का मगरमच्छ से सामना!

मगरमच्छ को सामने देखकर मालती के होश उड़ गए. उसे समझ आ गया कि अगर वह किनारे उतरी तो मगरमच्छ हमला कर सकता है. तभी उसकी नजर पास ही खड़े एक पेड़ पर पड़ी. जान बचाने के लिए उसने फुर्ती दिखाई और पेड़ पर चढ़ गई. इसके बाद शुरू हुआ उसकी जिंदगी का सबसे लंबा और डरावना इंतजार.

गंगा की तेज धारा, अंधेरा, ठंड और मगरमच्छ का डर, इन सबके बीच मालती ने पूरी रात पेड़ पर बैठकर गुजारी. न भूख का ख्याल रहा, न प्यास की परवाह. उसके दिमाग में बस एक ही बात घूम रही थी कि कहीं मगरमच्छ हमला न कर दे. रात का हर पल उसके लिए किसी सदी से भी लंबा लग रहा था.

सुबह का समय, पेड़ पर बैठी महिला, गांव वाले भी रह गए हैरान!

सुबह जब आसपास के गांव वाले गंगा किनारे से गुजरे, तो उन्होंने पेड़ पर बैठी महिला की आवाज सुनी. पहले तो वे हैरान रह गए कि आखिर कोई महिला पेड़ पर क्यों बैठी है. लेकिन जब मालती ने रोते हुए पूरी कहानी बताई तो ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी.

पुलिस ने कराई पति-पत्नी की सुलह!

खबर मिलते ही जाजमऊ पुलिस चौकी इंचार्ज विनय यादव टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने महिला को सुरक्षित नीचे उतारा और चाइल्डलाइन की मदद से चौकी ले गए. वहां पुलिस ने उसके पति सुरेश को भी बुला लिया. पुलिस चौकी में दोनों को आमने-सामने बैठाकर समझाया गया. सुरेश ने माना कि बात बेहद छोटी थी और गुस्से में हालात बिगड़ गए. मालती ने भी स्वीकार किया कि उसने आवेश में आकर गलत कदम उठाया. अंत में पुलिस ने दोनों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया.

मालती का अजब-गजब कारनामा, पति के उड़े होश!

सुरेश ने पुलिस को बताया कि मालती पहले भी कई बार नाराज होकर घर छोड़ चुकी है. उसे लगा कि इस बार भी वह थोड़ी देर बाद लौट आएगी, लेकिन उसने कभी सोचा भी नहीं था कि वह गंगा में कूद जाएगी. वहीं, मालती का कहना था कि उस पल उसे सच में लगा कि उसकी जिंदगी खत्म हो जाएगी, लेकिन मगरमच्छ और गंगा की तेज धारा के बीच भी वह बच गई. उसने कहा कि ऊपरवाले ने मुझे दूसरी जिंदगी दी है.

यह भी पढ़ें

यह पूरी घटना किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं लगती. पति से झगड़कर गंगा में कूदने वाली पत्नी, तैरकर किनारे आने की कोशिश, मगरमच्छ का डर और फिर रातभर पेड़ पर बैठकर जिंदगी की सबसे लंबी रात गुजारना. आखिरकार सुबह ग्रामीणों और पुलिस की मदद से उसका बचना किसी चमत्कार से कम नहीं. आज इस घटना की चर्चा पूरे इलाके में है.

टिप्पणियाँ 0

LIVE
Advertisement
अधिक
Podcast video
अल फ़तह का चीफ़ है फारुख अब्दुला, दिल्ली धमाके से जुड़े तार
Advertisement
Advertisement
Close
ADVERTISEMENT
NewsNMF
NMF App
Download
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें