Rajasthan Crime : हिस्ट्रीशीटर बटार का ‘महिला रूप’ और रोहित गोदारा गैंग से कनेक्शन, पुलिस जांच में सामने आए सनसनीखेज खुलासे
राजस्थान में पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है, जहां कुख्यात हिस्ट्रीशीटर बटार को महिला के भेष में गिरफ्तार किया गया. बटार का संबंध कुख्यात रोहित गोदारा गैंग से बताया जा रहा है. पुलिस अब इस गिरफ्तारी के बाद गैंग के नेटवर्क और अपराध कनेक्शनों की गहराई से जांच में जुटी है.
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राजस्थान के कोटपूतली जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग के एक्टिव मेंबर और हिस्ट्रीशीटर अभिषेक उर्फ बटार को महिला के भेष में गिरफ्तार किया गया. आरोपी बहरोड़ शहर में किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. उसके कब्जे से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है. प्रारंभिक पूछताछ में उसने रोहित गोदारा गैंग से जुड़ाव कबूल किया है. यह गिरफ्तारी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ जैसे बड़े गैंग्स के खिलाफ पुलिस की सतत मुहिम का हिस्सा है.
महिला के भेष में छिपा था बटार
मंगलवार को कोटपूतली जिला पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि रोहित गोदारा गैंग का एक शूटर बहरोड़ क्षेत्र में सक्रिय है. पुलिस ने तत्काल छापेमारी शुरू की. आरोपी अभिषेक उर्फ बटार घाघरा-लुगड़ी पहनकर और मेकअप करके महिला के भेष में घूम रहा था. एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने बताया कि आरोपी मोलाहेड़ा, थाना पनियाला का निवासी है और आपराधिक इतिहास वाला हिस्ट्रीशीटर है. गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से एक देशी पिस्टल, जिंदा कारतूस और अन्य आपराधिक सामग्री बरामद हुई. एसपी ने कहा, "यह कार्रवाई संगठित अपराध के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति का उदाहरण है. आरोपी किसी बड़े प्लान को अमल में लाने आया था, जिसे नाकाम कर दिया गया. "
रोहित गोदारा गैंग से गहरा कनेक्शन
अभिषेक उर्फ बटार का रोहित गोदारा गैंग से सीधा संबंध है, जो लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गिरोहों के लिए काम करता है. रोहित गोदारा खुद बीकानेर का कुख्यात अपराधी है, जिसके नाम पर 32 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं. गोदारा गैंग राजस्थान में वर्चस्व कायम करने के लिए रंगदारी वसूली, हत्याएं और धमकियां देता रहता है. पुलिस के अनुसार, बटार गैंग के लिए शूटिंग और वारदातों को अंजाम देने का काम करता था. प्रारंभिक पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह गोदारा के निर्देश पर बहरोड़ में किसी टारगेट पर हमला करने आया था. गोदारा गैंग ने पहले कर्णी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या, सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या और सिद्धू मूसेवाला कांड में भी भूमिका निभाई थी.
बटार का आपराधिक इतिहास
अभिषेक उर्फ बटार का अपराधी सफर लंबा है. वह पनियाला थाना क्षेत्र का निवासी है और पिछले कई वर्षों से हिस्ट्रीशीटर के रूप में जाना जाता है. उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, रंगदारी, अवैध हथियार रखने और संगठित अपराध के कई केस दर्ज हैं. पुलिस रिकॉर्ड्स के मुताबिक, वह गोदारा गैंग का एक्टिव शूटर था, जो राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर सक्रिय रहता था. गिरफ्तारी से पहले बटार फरार था और कई इनामी घोषित अपराधियों के साथ काम कर चुका है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे गुर्गे गैंग के ऑपरेशनल विंग का हिस्सा होते हैं, जो विदेश में बैठे सरगनाओं के इशारे पर काम करते हैं.
मोबाइल टेक्नीशियन से गैंगस्टर तक का सफर
रोहित गोदारा का असली नाम रावताराम स्वामी है. बीकानेर के कालू थाना क्षेत्र का यह अपराधी कभी मोबाइल टेक्नीशियन था, लेकिन 2010 से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया. लॉरेंस बिश्नोई का खास गुर्गा होने के नाते वह राजस्थान में गैंग का संचालन करता है. वर्तमान में विदेश में छिपा गोदारा सोशल मीडिया के जरिए वारदातों की जिम्मेदारी लेता रहता है. उसके गैंग पर गुरुग्राम-चंडीगढ़ क्लब ब्लास्ट, सलमान खान को धमकी, दिशा पाटनी के घर फायरिंग जैसी घटनाओं का आरोप है. राजस्थान पुलिस ने उसके कई गुर्गों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्य सरगना अभी फरार है. एनआईए ने गोदारा पर 5 लाख और राज्य पुलिस ने 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है.
आगे की जांच और अपील
कोटपूतली एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने कहा कि आरोपी से गहन पूछताछ जारी है. उसके कॉन्बेक्ट्स और अन्य वारदातों का खुलासा होने की उम्मीद है. पुलिस ने अपील की है कि व्यापारी और आमजन संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें. यह गिरफ्तारी राजस्थान में गैंगवार के खिलाफ चल रही मुहिम को मजबूत बनाएगी. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे गुर्गों की गिरफ्तारी से बड़े नेटवर्क पर असर पड़ेगा. आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं.
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