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17 अक्टूबर को CM पद की शपथ लेंगे नायाब सिंह सैनी, PM मोदी भी समारोह में होंगे शामिल

हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं और एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी राज्य में जीत की हैट्रिक लगाते हुए सरकार बनाने जा रही है। इस बीच चुनावी परिणाम के 9 दिन बाद यानी की 17 अक्टूबर को एक बार फिर नायक सिंह सैनी मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

12 Oct, 2024
( Updated: 04 Dec, 2025
07:31 PM )
17 अक्टूबर को CM पद की शपथ लेंगे नायाब सिंह सैनी, PM मोदी भी समारोह में होंगे शामिल
हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आ चुके हैं और एक बार फिर से प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी राज्य में जीत की हैट्रिक लगाते हुए सरकार बनाने जा रही है। इस बीच चुनावी परिणाम के 9 दिन बाद यानी की 17 अक्टूबर को एक बार फिर नायक सिंह सैनी मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के दिक्कज नेता शामिल होंगे। नायब सिंह सैनी का शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के सेक्टर पांच स्थित दशहरा ग्राउंड में होगा इसके लिए फिलहाल 10:00 बजे का समय तय किया गया है। 


हरियाणा में नए मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जानकारी दी है। खट्टर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा है कि "हमें प्रधानमंत्री की मंजूरी मिल गई है कि 17 अक्टूबर को पंचकूला में मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रिमंडल के साथियों के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होगा।" इस समारोह को लेकर जिला स्तर के समितियां ने तैयारी शुरू कर दी है। शपथग्रहण समारोह का आयोजन पंचकुला के दशहरा ग्राउंड में करवाया जा रहा है। इससे पहले राजधानी दिल्ली में नया सिंह सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी इसके अलावा केंद्रीय मंत्री और हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्म प्रधान से भी मुलाकात किया था।


दूसरी बार सीएम बनेंगे सैनी

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने एक प्रयोग करते हुए राज्य में मुख्यमंत्री को बदला था। मार्च 2024 में मनोहर लाल खट्टर की जगह राज्य की कमान नायब सिंह सैनी को सौंपी गई थी। केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले के बाद हरियाणा की राजनीति में नया मोड़ आ गया था सैनिक के ओबीसी समुदाय के होने के चलते भाजपा ने राज्य में सामाजिक और जातिगत समीकरण को साधने की पूरी कोशिश की थी जिसका विधानसभा चुनाव में फायदा पार्टी के पक्ष में आया है। 

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे पर अगर नजर डालें तो जाति के समीकरण को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने जो मुख्यमंत्री का चेहरा बदला था उसका फायदा मिला राज्य में 90 में से बहुमत के जादुई आंकड़े को पार करते हुए भाजपा के खाते में 48 सीट आई है। इस तरह बीजेपी की ये राज्य में लगातार तीसरी जीत है।इस तरह हरियाणा में एक बार फिर से सैनी का शासन शुरू होने वाला है।

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