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Kangana Ranaut: कंगना रनौत के किन-किन बयानों से उठी थी विरोध की आंधी, BJP ने दें दी थी चेतावनी

Kangana Ranaut: कंगना के इन विवादित बयानों से बीजेपी ने फिर से अपना पलड़ा झाड़ लिया है , पहले की तरह इस बार भी बीजेपी ने कंगना के इस विवादित ब्यान को व्यक्तिगत ब्यान बताते हुए अपने आप को साइड कर लिया है।

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25 Sep 2024
( Updated: 25 Sep 2024
06:39 PM )
Kangana Ranaut: कंगना रनौत के किन-किन बयानों से उठी थी विरोध की आंधी, BJP ने दें दी थी चेतावनी
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Kangana Ranaut: हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत एक बार फिर विवादित बयानों से चर्चा में आ गयी है। कंगना रनौत ने एक बार फिर से सिख किसानों को लेकर किया टारगेट, उन्होंने वापस लिए गए तीनों कृषि कानून फिर लागू करने की मांग की है।उनके इस ब्यान के बाद फिर से विपक्ष ने जमकर बीजेपी की लगाई क्लास। कंगना के इन विवादित बयानों से बीजेपी ने फिर से अपना पलड़ा झाड़ लिया है , पहले की तरह इस बार भी बीजेपी ने कंगना के इस विवादित ब्यान को व्यक्तिगत ब्यान बताते हुए अपने आप को साइड कर लिया है। ये ऐसा पहली बार नहीं हुआ है की कंगना ने सिख किसानों के ऊपर टिप्पणी दी , इससे पहले भी कई ऐसे विवादित बयानों में कंगना फसी है।आइए जानते है कंगना के विवादस्पद ब्यान ......

24 सितंबर फिर से कृषि कानून लाने की अपील की 

बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी की सांसद कंगना रनौत ने हाल ही में मंगलवार को फिर से विवादित ब्यान दिया जिससे किसान सुन भड़क उठे ,उन्होंने जो तीन कृषि कानून को सरकार ने हटा दिया था उसे दोबारा लागू करने की अपील की है। उन्होंने कहा की में किसानों के हित के बारे में सोचती हु तभी ये कानून लाने की मांग कर रही है हु , कुछ किसानों की वजह से और सभी किसान इस फायदे से क्यों बचे।उन्होंने आगे कहते हुए कहा की किसानों को तो खुद इस कानून को लाने की मांग करनी चाहिए।ये कानून बेहद ही फायदेमंद थे , लेकिन सिख किसानों के दंगो की वजह से इस कानून को निरस्त कर दिया गया था। इन टिप्णणी से सिख किसान समेत विपक्ष ने जमकर सुनाई खरी खोटी। 

किसान आंदोलन को लेकर क्या बोली थी कंगना (25 अगस्त)

अभी कुछ महीने पहले मीडिया इंटरव्यू में बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा था की अगर हमार शीर्ष नेतृत्व कमजोर होता तो भारत में भारत जैसी सिचुएशन होने में देरी नहीं लगती। सभी ने देखा ही की किसान आंदोलन के दौरान क्या -क्या हुआ है।  किसानों ने प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई है , वह रेप हो रहे थे , लोगो को मार कर लटकाया जा रहा था। केंद्र सरकार की और से कृषि कानून को वापस लेने के फैसले को सही ठहराते हुए कंगना ने कहा की जब बिल को वापस लिया गया तो सभी उपद्रवी चौक गए है। क्योकि उनकी प्लानिंग तो बहुत ही लंबी थी। लेकिन कंगना के इस विवादित ब्यान से खुद को कर दिया था एकदम साइड , उन्होंने सफाई पेश करते हुए कहा की - ये पार्टी की राय नहीं है , ऐसे विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को बोलने के लिए पार्टी ने अनुमति नहीं दी है। बीजेपी की और से कंगना को निर्देशित किया गया है की भविष्य में ऐसे कोई ब्यान न दें।

नवंबर 2021

जब पीएम मोदी ने तीन कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान किया था , तब उस समय कंगना ने किसानो पर कई आरोप लगाए थे। उस समय कंगना रनौत ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और किसान आंदोलन को दोषी भी ठहराया था। उन्होंने कहा की ऐसे आंदोलन से भारत को कमजोर और पिछड़ा वर्ग बना रहे है। किसानों ने अपने हितो के लिए राष्ट्र के हितो को अनदेखी की गई है।  

फरवरी 2021 

किसान आंदोलन के सपोर्ट में अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों पॉप स्टार रिहाना और ग्रेटा थन्बर्ग ने जमकर ट्वीट किया था।  उनके ट्वीट पर कंगना ने जमकर नाराजगी जताई थी।  और कहा भारत को बदनाम करने की साज़िश की जा रही है, उन्होंने किसानों को आतंकवाद बोल दिया था और रिहाना को मुर्ख बताया। कंगना ने विपक्षियों पर भी जमकर साधा निशाना कहा -कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है क्योकि वे किसान नहीं है आतंवादी है। जो भारत को अलग लाग भाग में बाटने की कोशिश कर रहे है। 

नवंबर 2021 

किसान आंदोलन में जो भी लोग उन किसानों का सपोर्ट कर रहे थे , उन लोगो पर खालिस्तान होने का आरोप लगाया था।  कंगना ने कहा - देश को विभाजित करने का पूरी साजिश की जा रही है और इसमें खालिस्तान तत्व शामिल है। उन्होंने देश को विभजित करवाने का आरोप लगाया है।इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिख कर कहा - खालिस्तान आतंकवादी आज सरकार को परेशान कर रही है , लेकिन हमें एक महिला को नहीं भूलना चाहिए। एकमात्र महिला प्रधानमंत्री ने इन्हे अपनी जूतियो के नीचे कुचल दिया था। चाहे उन्होंने इस देश को कितनी भी तकलीफ क्यों न दी हो। उन्होंने अपनी जान की कीमत पर उन्हें मछरो की तरह कुचल दिया। लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए है।  इस विवादित बयान से  बाद सिख समुदाय तिलमिला उठे।  कंगना के खिलाफ कई शिकायत भी दर्ज की गयी थी। 

नवंबर 2020  

कंगना ने नवंबर 2020 को भी एक ऐसा विवादित ब्यान दिया था , आंदोलन में शामिल महिलाकर्मी और बुजुर्ग महिलाओ पर पैसे लेकर आंदोलन करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा - शाहीन बाग़ की दादी का जिक्र करते हुए महिला को निशाना बनाकर उन्होंने कहा था की 100 - 100 रूपये लेकर ये महिलाये प्रदर्शन कर रही है।  

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महिलाओ पर आरोप लगाने पर पुलिस कांस्टेबल ने जड़ा कंगना को तमाचा 

शाहीन बाघ इलाके में प्रोटेस्ट कर रही है महिलाओ पर आपत्तिजनक टिप्णणी पर जमकर सुर्खिया बटोरी थी। कंगना ने ट्वीट शेयर कर शाहीन बढ़ की महिलाओ पर 100 -100 लेकर प्रोटेस्ट करने का आरोप लगाया था। कंगना के इस ब्यान को किआनो और महिलाओ के लिए बेहद शर्मनाक बताया गया था। वहीं इसी साल जून में चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एक महिला सुरक्षा बल ने इन विवादित बयानों को लेकर कंगना को जोरदार तमाचा जड़ दिया था। महिला कांस्टेबल का कहना था की उनकी माँ ने किसान प्रदर्शन में हिस्सा लिया था , कंगना के बयानों का उनको बहुत ठेस पहुँचा था।    

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