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आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: 1100 रुपये बोनस पर नाराज टोल कर्मचारियों ने खोल दिए गेट, घंटों फ्री रहा सफर

Toll Plaza Protest: फतेहाबाद पुलिस ने बताया कि मामला अब शांत है और टोल संचालन सामान्य हो गया है. वहीं, इस पूरे मामले की सूचना यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को भी भेज दी गई है. विभाग ने कंपनी से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है ताकि आगे ऐसी स्थिति फिर से न बने.

21 Oct, 2025
( Updated: 06 Dec, 2025
07:05 AM )
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे: 1100 रुपये बोनस पर नाराज टोल कर्मचारियों ने खोल दिए गेट, घंटों फ्री रहा सफर
Source: Social Media

Agra Lucknow Expressway: दिवाली जैसे खास मौके पर जब लोग तोहफों की उम्मीद करते हैं, तब अगर किसी को सिर्फ 1100 रुपये बोनस मिले, तो नाराज होना लाज़मी है. ऐसा ही कुछ हुआ आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के फतेहाबाद टोल प्लाजा पर, जहां टोल कर्मचारियों ने इतने कम बोनस को अपमानजनक मानते हुए काम बंद कर दिया और टोल के गेट खोल दिए. इसके बाद तो जैसे गाड़ियों की बाढ़ आ गई, कोई रुका ही नहीं, सभी वाहन बिना टोल दिए निकलते चले गए.

हजारों गाड़ियां बगैर टैक्स के निकल गईं

इस विरोध की वजह से करीब दो घंटे तक टोल फ्री हो गया. लोगों को अचानक ऐसा लगने लगा मानो दिवाली पर कोई बड़ा तोहफा मिल गया हो. बसें, ट्रक, कारें  सब धड़ाधड़ निकलती रहीं. किसी ने टोल टैक्स नहीं दिया और किसी ने रोकने की कोशिश भी नहीं की. करीब दस हजार से ज्यादा गाड़ियां बिना रुके निकल गईं. इससे कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ. वहीं कुछ लोग इस मौके का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालने लगे, जो देखते ही देखते वायरल हो गया.

कर्मचारियों का कहना -  हम पूरे साल काम कर रहे हैं, तो बोनस आधा क्यों?

इस टोल प्लाजा का संचालन "श्री साइन एंड दातार" नाम की कंपनी के पास है, जिसने मार्च 2025 से इसका ठेका लिया है. कंपनी ने कर्मचारियों को बताया कि उन्होंने तो केवल आधे साल के लिए बोनस दिया है, क्योंकि उनका कार्यकाल मार्च से शुरू हुआ है. लेकिन कर्मचारी ये तर्क मानने को तैयार नहीं हुए. उनका कहना था कि हम तो पहले से यही काम कर रहे हैं, बस कंपनी बदली है.इसलिए उन्हें पूरा साल का बोनस मिलना चाहिए. इसी नाराजगी में उन्होंने टोल के गेट खोल दिए.

पुलिस पहुंची, माहौल रहा शांत

हालात को बिगड़ते देख फतेहाबाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची. हालांकि वहां कोई हिंसा या झगड़ा नहीं था, लेकिन माहौल गंभीर था. पुलिस ने पहले कर्मचारियों को शांत किया और फिर टोल अधिकारियों से बातचीत कराई. इस बातचीत में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा. कंपनी ने दूसरे टोल से कुछ स्टाफ बुलाकर संचालन शुरू करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने उन्हें काम नहीं करने दिया.

बातचीत से निकला हल, सैलरी बढ़ाने का वादा

काफी बातचीत के बाद कंपनी ने कर्मचारियों को सैलरी में 10% बढ़ोतरी देने का वादा किया और कहा कि अगली बार बोनस की राशि बढ़ाने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. यह आश्वासन मिलने के बाद कर्मचारी माने और टोल का संचालन फिर से शुरू हो सका. करीब दो घंटे बाद स्थिति सामान्य हुई और गाड़ियों की आवाजाही फिर से टोल टैक्स के साथ शुरू हो गई.

लोग बोले - मुफ्त सफर का मजा कुछ और था!

सोशल मीडिया पर इस घटना ने खूब सुर्खियां बटोरीं. किसी ने इसे दिवाली का स्पेशल गिफ्ट बताया, तो कुछ ने कहा कि यह सिस्टम की नाकामी है. एक यात्री ने लिखा, "आज असली दिवाली मनाई, बिना टोल के सफर किया." लेकिन कुछ लोगों ने सवाल भी उठाए कि जब कर्मचारी विरोध करते हैं, तो उसका नुकसान आम जनता के पैसे से क्यों हो?

प्रशासन ने लिया संज्ञान, मांगी रिपोर्ट

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फतेहाबाद पुलिस ने बताया कि मामला अब शांत है और टोल संचालन सामान्य हो गया है. वहीं, इस पूरे मामले की सूचना यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को भी भेज दी गई है. विभाग ने कंपनी से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है ताकि आगे ऐसी स्थिति फिर से न बने.

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