आज शरद पूर्णिमा की रात चांद की शक्तियों से करें अपना कल्याण, जानें किस मुहूर्त में रखें खीर और किन बातों से रहें सावधान
Sharad Purnima: आज शरद पूर्णिमा की रात बेहद ही खास है क्योंकि आज चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण रहता है. माना जाता है कि आज चांदनी रात में ओस के संपर्क में खीर रखने और सुबह उस खीर को ग्रहण करने से धन, स्वास्थ्य और प्रेम संबंधी बाधाएं दूर होती हैं. साथ ही आप कुछ उपायों को करके अपनी कुंडली से चंद्र दोष को भी ठीक कर सकते हैं.
Follow Us:
आज शरद पूर्णिमा की रात बेहद ही खास है क्योंकि इस दौरान चंद्रमा संपूर्ण होता है और 16 कलाओं से युक्त होता है. ऐसे में आसमान से अमृत की वर्षा होती है. इस रात चंद्रमा को खीर का भोग लगाने और उस खीर को ग्रहण करने का बहुत महत्व होता है क्योंकि माना जाता है कि जो भी जातक इस खीर को ग्रहण करता है उसे धन, प्रेम और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. ऐसे में अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा खराब स्थिति में है तो उसे भी आप कुछ उपायों से ठीक कर सकते हैं. तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि इस दौरान खुले आसमान के नीचे खीर रखने का शुभ मुहूर्त और कुंडली में चंद्रमा को ठीक करने के उपायों के बारे में…
शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा के आगे खीर रखने का शुभ मुहूर्त 10 बजकर 37 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 09 मिनट तक रहने वाला है. ऐसे में चंद्रमा की शक्तियां बेहद ही लाभकारी होने वाली हैं.
कुंडली में मौजूद चंद्र दोष से मुक्ति पाने के उपाय
यह भी पढ़ें
- इस दौरान चंद्रमा का मूल मंत्र ऊँ चंद्राय नमः का जाप 108 बार जरूर करें. इससे मानसिक तनाव और नींद की समस्या दूर होती है.
- इस दौरान खीर बनाकर चांदी के बर्तन में चांदनी रात में ओस के संपर्क में रख दें. ऐसा करने से कुंडली में चंद्र दोष ठीक होता है.
- चाहें तो आप इस दिन सिर्फ फलाहार ग्रहण करके व्रत भी रख सकते हैं. ऐसा करने से पितृ दोष भी कम होता है और चंद्रदेव की कृपा भी होती है.
- चंद्र उदय होने के बाद साफ जल में चांद का प्रतिबिंब देखें. अब इस जल को घर के सभी कोनों में अच्छी तरह छिड़क दें.
- इस दौरान ॐ चन्द्राय विद्महे पद्मभानवे धीमहि तन्नो सोमः प्रचोदयात् का भी 21 बार जाप कर सकते हैं.
- इस दिन आप चंद्रमा के आकार का लॉकेट बनवाकर अपने गले में भी धारण कर सकते हैं. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
इस दौरान किन बातों का रखें ध्यान
- इन उपायों को करने से पहले स्नान कर हल्के रंग के वस्त्र जरूर धारण कर लें.
- इस दौरान तामसिक भोजन से बचें और फल-फूल ही ग्रहण करें.
- यदि कुंडली में चंद्रमा राहु-केतु से पीड़ित हो तो काले वस्त्र और काले तिल का उपयोग करने से बचें.
- मंत्र जाप करते समय अपने मन में किसी भी व्यक्ति के लिए घृणा या बुरी भावना न रखें.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें