Advertisement

'एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते...’, चुनाव के बाद सर्वे रिपोर्ट पर भड़के पप्पू यादव, जानें क्या कहा

Bihar Election 2025: बिहार की सभी 243 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया है. दोनों चरणों में कुल 66.99% वोटिंग दर्ज हुई. एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त का अनुमान, जबकि महागठबंधन दूसरे स्थान पर बताया जा रहा है. पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने एग्जिट पोल पर सवाल उठाए हैं. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया में सबसे अधिक 75% से ज्यादा मतदान हुआ. 14 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे.

Pappu Yadav (File Photo)

बिहार में मंगलवार को 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान का सिलसिला समाप्त हो गया है. दोनों चरणों में कुल 66.99 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को हुई थी, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को संपन्न हुआ. राज्य के मतदाताओं ने उत्साह के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया और लोकतंत्र को मजबूती दी है.

दूसरे चरण के मतदान के साथ ही कई एग्जिट पोल सामने आ गए हैं, जिनमें एनडीए की सरकार बनने की संभावना जताई गई है. पोल ऑफ पोल्स के अनुसार, एनडीए को 131 से 157 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन 80 से 93 सीटों पर सिमट सकता है और अन्य उम्मीदवारों को 3 से 6 सीटें मिल सकती हैं.

पप्पू यादव ने दी प्रतिक्रिया

बिहार में फ़ाइनल वोटिंग के बाद पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने एग्जिट पोल के आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि वोटिंग बढ़ी, लेकिन असली समर्थन महागठबंधन को मिला है. उन्होंने यह भी कहा कि एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते हैं और अंतिम फैसला केवल मतगणना के बाद ही सामने आएगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि दोनों चरणों को मिलाकर राज्य में 66.90 प्रतिशत मतदान हुआ है. कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया जिलों में सबसे अधिक मतदान हुआ, जहां मतदान प्रतिशत 75 प्रतिशत से भी अधिक रहा. कुल मिलाकर, बिहार के मतदाताओं ने लोकतंत्र के उत्सव को शानदार रूप से मनाया है.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने की सराहना

बिहार में विधानसभा चुनाव अब संपन्न हो चुका है. दो चरणों में हुए मतदान में बिहार वासियों ने भारी उत्साह दिखाया और बंपर वोटिंग दर्ज की. मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार के मतदाताओं ने 1951 से अब तक हुए सभी चुनावों में सर्वाधिक प्रतिशत वोटिंग की है, जो लगभग 66.9% है. विशेष रूप से महिलाओं ने भी चुनाव आयोग पर अपना पूरा भरोसा जताया और 1951 से अब तक के चुनावों में सबसे अधिक 71% मतदान दर्ज किया गया. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार में हुए ये पारदर्शी और शांतिपूर्ण चुनाव पूरे देश के लिए उदाहरण हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग हमेशा अपने मतदाताओं के साथ खड़ा रहा है, वर्तमान में खड़ा है और भविष्य में भी खड़ा रहेगा.

बता दें कि निगाहें 14 नवंबर को होने वाले चुनावी परिणामों पर टिकी हैं, जब ईवीएम में बंद बिहार के मतदाताओं की किस्मत का फैसला सामने आएगा. राजनीतिक विश्लेषक भी इसे रोमांचक चुनाव मान रहे हैं, क्योंकि बिहार का यह चुनाव पूरे देश में चुनावी परिदृश्य को प्रभावित कर सकता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें

Advertisement

LIVE