यूपी पंचायत चुनाव से पहले 50 लाख वोटर रडार पर, मतदाता सूची की स्कैनिंग शुरू, जानिए किसके नाम कटेंगे
खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कई ऐसे जिले हैं, जहां की वोटर लिस्ट में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं. इनमें अधिकतर वोटर लिस्ट में एक ही नाम 3 से 4 बार दोहराया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में 5 लाख वोटर चुनाव आयोग की रडार पर हैं. इन सभी के नाम काटे जा सकते हैं.
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उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2026 को लेकर सरकार और चुनाव आयोग ने तैयारियां तेज कर दी हैं. खबरों के मुताबिक, आयोग द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जांच के दौरान कई जिलों में बड़ी संख्या में ऐसे मतदाताओं का पता चला है, जिनके नाम लिस्ट में एक के बजाय दो या तीन बार दर्ज हैं. इसकी संख्या हजारों लाखों में है. ऐसे में वोटर लिस्ट से इन नामों को हटाया जा सकता है. जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव आगामी मार्च या अप्रैल तक हो सकता है.
प्रदेश के कई जिलों में वोटर लिस्ट में बड़ी गड़बड़ियां
खबरों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कई ऐसे जिले हैं, जहां की वोटर लिस्ट में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं. इनमें अधिकतर वोटर लिस्ट में एक ही नाम 3 से 4 बार दोहराया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में 5 लाख वोटर चुनाव आयोग की रडार पर हैं. इन सभी के नाम काटे जा सकते हैं. बताया जा रहा है कि निर्वाचन आयोग की ओर से ब्लॉक वार ऐसे डुप्लीकेट वोटरों की लिस्ट तैयार की गई है, जिन्हें सुधार के लिए हर जिलों के डीएम को लिस्ट भेजी गई है और वोटर लिस्ट के विशेष गहन परीक्षण की तैयारी पूरी कर ली गई है.
घर-घर पहुंचेंगे BLO
बता दें कि हाल ही में चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों को सुधारने की प्रक्रिया बिहार में खत्म हुई है. ऐसे में यूपी पंचायत चुनाव 2026 से पहले वोटर लिस्ट में सुधार को लेकर लाखों नाम काटे जा सकते हैं. यह अभियान विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) यानी SIR के तहत चलेगा. इस अभियान के तहत BLO हर एक घर तक पहुंचेंगे. मुरादाबाद जिले में 24 लाख से ज्यादा ऐसे मतदाता हैं, जिनका सत्यापन बाकी है. इसके लिए एक फॉर्म भी तैयार किया गया है, जो वोटर से भरवारा जाएगा. इसकी जिम्मेदारी विधानसभा क्षेत्रवार को दी गई है.
लखनऊ में 28,000 नाम हटाए गए
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण का काम काफी तेजी से चल रहा है. बताया जा रहा है कि 20 सितंबर तक 81,000 से अधिक नाम वोटर लिस्ट में जोड़े, काटे या संशोधित किए जा चुके हैं. यह पूरा काम ऑनलाइन माध्यम से BLO एप के जरिए किया जा रहा है. इस दौरान लखनऊ में 28,405 नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा चुके हैं.
गोरखपुर में 5 लाख वोटर के नाम काटे जाएंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में करीब 5 लाख 16 हजार संभावित डुप्लीकेट वोटर चुनाव आयोग की रडार पर हैं. इन सभी का सत्यापन चल रहा है और पंचायत चुनाव में यह प्रक्रिया पहली बार शुरू की गई है, जबकि डुप्लीकेट वोटर का नाम जोड़ने के दौरान आधार कार्ड के अंतिम 4 अंक को भी लिखा जा रहा है. ऑनलाइन माध्यम से सत्यापन के दौरान अगर कोई नंबर 2 बार दिखता है, तो डुप्लीकेट वोटर का नाम सामने आ जाएगा.
डुप्लीकेट वोटरों की लिस्ट सामने आई
सत्यापन के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग ने संभावित डुप्लीकेट वोटरों की लिस्ट सभी जिलों के डीएम को भेजी है. इसमें ऐसे लोगों के नाम काटे जाएंगे, जिन्होंने गलत ढंग से दो या इससे अधिक स्थानों पर अपने नाम दर्ज करा लिए हैं.
50 लाख से ज्यादा नाम हटाने की संभावना
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि 'अगर सभी जिलों में सही से जांच की जाए, तो करीब 50 लाख डुप्लीकेट वोटर मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं.' उन्होंने कहा कि 'इससे पहले भी इस तरह के कई प्रयास किए गए थे, लेकिन यह प्रक्रिया इस बार व्यापक स्तर पर की जा रही है.'
कई जिलों में बड़ी गड़बड़ी
आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में 826 विकास खंडों में से 108 ब्लॉकों में 40 हजार से ज्यादा डुप्लीकेट मतदाता दर्ज हैं, इनमें सबसे ज्यादा वाराणसी के आराजीलाइन ब्लॉक में 77,947, गाजीपुर के सैदपुर में 71,170 और जौनपुर के शाहगंज सोंधी में 62,890 मतदाता फर्जी पाए गए हैं. इन सभी पर जिलों के अधिकारियों की विशेष निगरानी है. इसके अलावा पीलीभीत जिले की पूरनपुर ब्लाक में करीब 97 हजार मतदाता ऐसे मिले हैं, जिनका नाम एक बार से अधिक मतदाता सूची में दर्ज है.
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