दिल्ली विस्फोट मामले में NIA की बड़ी कार्रवाई, जम्मू -कश्मीर पुलिस ने की 15 ठिकानों पर छापेमारी
Delhi Blast: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली धमाके की जांच एनआईए को सौंप दी है. सभी गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और उनके नेटवर्क को उजागर करने के लिए देशभर में कार्रवाई जारी है. सुरक्षा एजेंसियां संभावित खतरों पर कड़ी नजर रख रही हैं और आगे किसी भी बड़े हमले को रोकने के लिए तैयार हैं.
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Delhi Blast: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए आतंकी धमाके के बाद देश के कई राज्यों में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है. सुरक्षा एजेंसियां सड़क, बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों पर सघन चेकिंग अभियान चला रही हैं. इस पूरे मामले की जांच एनआईए (NIA) के हाथ में है और खुफिया एजेंसियां लगातार संभावित खतरे पर नजर बनाए हुए हैं.
कश्मीर में 15 ठिकानों पर छापेमारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस विंग (CIK) ने गुरुवार को घाटी में 15 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की. अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (JEI) के खिलाफ की गई. दिल्ली धमाके में शामिल एक संदिग्ध डॉ. मोहम्मद उमर पुलवामा जिले का रहने वाला था. जांच में उसकी पहचान डीएनए मैच के जरिए पक्की हुई है.
आतंकी मॉड्यूल का खुलासा और गिरफ्तारियां
फरीदाबाद में आतंकियों के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद डॉ. मोहम्मद उमर फरार हो गया था. उसके साथी डॉ. आदिल (कुलगाम) और डॉ. मुजम्मिल गनई (पुलवामा) पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे. लखनऊ की महिला डॉक्टर डॉ. शाहीन शाहिद को फरीदाबाद में असॉल्ट राइफल के साथ गिरफ्तार किया गया. वहीं, लखनऊ पुलिस ने उसके भाई को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
डॉ. आदिल को सीसीटीवी फुटेज में जैश-ए-मोहम्मद का पोस्टर लगाते हुए देखा गया था. अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में उसके लॉकर से एके-47 राइफल बरामद हुई. इसके बाद डॉ. मुजम्मिल गनई को भी गिरफ्तार किया गया. फरीदाबाद में मुजम्मिल के पास से 2,900 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ, जो विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता था.
एनआईए जांच में जुटी
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली धमाके की जांच एनआईए को सौंप दी है. सभी गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और उनके नेटवर्क को उजागर करने के लिए देशभर में कार्रवाई जारी है. सुरक्षा एजेंसियां संभावित खतरों पर कड़ी नजर रख रही हैं और आगे किसी भी बड़े हमले को रोकने के लिए तैयार हैं.
मोदी सरकार ने दिल्ली बम ब्लास्ट को 'आतंकी घटना' बताया
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 10 नवंबर 2025 को दिल्ली के लाल किले के पास 'आतंकी घटना' में कार धमाके में मारे गए लोगों की मौत पर गहरा शोक जताया गया. बैठक में सभी मंत्रियों ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी. वहीं इस घटना को सरकार ने 'आतंकी घटना' माना है.
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